ये झुके-झुके नैना - The Indic Lyrics Database

ये झुके-झुके नैना

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - भरोसा | वर्ष - 1960

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ये झुके-झुके नैना ये लट बलखाती
तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा
ये झुके-झुके ...

ये शरम से दहके गाल चैन के दुश्मन हो गए
ये उलझे-उलझे बाल दिलों की उलझन हो गए
तेरे गालों की ख़ैर तेरे बालों की ख़ैर-२
क्यों न ज़ुल्मी ओ ज़ालिम लजाना हो तेरा
ये झुके-झुके ...

तेरी ज़ुल्फ़ का साथी बनता अगर मैं गजरा होता
तेरी अँखियों में बस जाता अगर मैं कजरा होता
तेरे कजरे की ख़ैर तेरे गजरे की ख़ैर-२
जो देखे तो क्यूँ ना दीवाना हो तेरा
ये झुके-झुके ...

कई देखे मोर चकोर चल ना ऐसी देखी
ये क़मर लचकती डाल डाल ना ऐसी देखी
ये रंग ये रूप जैसे चढ़ती हो धूप-२
गोरी फिर क्यों ना ज़ालिम ज़माना हो तेरा
ये झुके-झुके ...