ऐ ज़माने बता दो दिलों की ख़ता - The Indic Lyrics Database

ऐ ज़माने बता दो दिलों की ख़ता

गीतकार - असद भोपाली | गायक - तलत महमूद, मधुबाला ज़ावेरि | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - दोस्त | वर्ष - 1954

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ऐ ज़माने बता दो दिलों की ख़ता
म: हमको बरबाद करके तुझे क्या मिला (2)
त: ऐ ज़माने बता दो दिलों की ख़ता
त: हमको बरबाद करके तुझे क्या मिला (2)

त: फूल खिलने ना पाए के मुरझा गए
त: हाय कैसी मुसीबत में हम आ गए
त: होंठ सीने पड़े आँसू पीने पड़े
त: ज़िंदगी में नहीं ज़िंदगी का मज़ा
त: ऐ ज़माने बता आ आ
त: ज़माने बता

म: रह गए दिल में अरमान दम तोड़ के
म: हमपे हँसती है तक़दीर मुँह मोड़ के
म: प्यार के दिन गए हमसे वो दिन गए
म: फूल से हो गई आज ख़ुशबू जुदा
म: ऐ ज़माने बता आ आ
म: ज़माने बता

त: दिल के टुकड़े हुए दर्द बढ़ने लगा
त: बनते बनते मुक़द्दर बिगड़ने लगा
त: तुम उधर हम इधर दिल को अब है ये डर हाय
म: तुम उधर हम इधर दिल को अब है ये डर
म: तुम समझ लो ना हमको कहीं बेवफ़ा
त: तुम समझ लो ना हमको कहीं बेवफ़ा
त: ऐ ज़माने बता आ आ
त: ज़माने बता दो दिलों की ख़ता
त: हमको बरबाद करके तुझे क्या मिला$