जब तू मुस्कुराती है कोई मेरे दिल से पुछे - The Indic Lyrics Database

जब तू मुस्कुराती है कोई मेरे दिल से पुछे

गीतकार - इब्राहिम अश्क़ी | गायक - उदित नारायण, पामेला जैन | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - कोई मेरे दिल से पूछे | वर्ष - 2001

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जब तू मुस्कुराती है बिजली भी शरमाती है
पलकें जब उठाती है दुनिया ठहर जाती है
तेरे रंग ने तेरे ढंग ने तेरे संग ने किया क्या
कोई मेरे दिल से पूछे
कोई मेरे दिल से पूछेजब तू मुस्कुराती है बिजली भी शरमाती है
पलकें जब उठाती है दुनिया ठहर जाती है
तेरे रंग ने तेरे ढंग ने तेरे संग ने किया क्या
कोई मेरे दिल से पूछे
कोई मेरे दिल से पूछे
जब तू मुस्कुराती ...ऐसी तेरी रचना सोचता रह गया
जैसे कोई सपना देखता रह गया
तुझे गर छू लूँ मौज में झूलूँ
तेरी चाह में मेरी आह में इस राह में मिला क्या
कोई मेरे दिल से पूछेतेरी दो आँखें मेरे दोनों जहां
बस गया इनमें जाऊँ अब मैं कहाँ
करके दीवाना अब नहीं जाना
तेरे प्यार में इन्तज़ार में इकरार में हुआ क्या
चुप रहा दिल ये और सब कह गया
जैसे कोई दरिया जोश में बह गया
रुक नहीं पाऊँ बहती जाऊँ
मैं मचल गई मैं सम्भल गई के बदल गई हुआ क्या
कोई मेरे दिल से पूछेजब तुम मुस्कुराते हो मन के दीप जलाते हो
जब तुम पास आते हो मंज़िल नई दिखाते हो
मैं निखर चली मैं संवर चली मैं किधर चली पता क्या
कोई मेरे दिल से पूछे