कबर क्या थी की गम खाना पड़ेगा - The Indic Lyrics Database

कबर क्या थी की गम खाना पड़ेगा

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, शमशाद बेगम | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - चांदनी रात | वर्ष - 1949

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र : ख़बर क्या थी कि ग़म खाना पड़ेगा
मुहब्बत करके पछताना पड़ेगा
श : वफ़ाओं पर सितम ढाना पड़ेगा
हमें उनसे बिछड़ जाना पड़ेगार : न देखा जायेगा ख़ून-ए-तमन्ना -२
तेरी महफ़िल से अब जाना पड़ेगा
ख़बर क्या थी कि ग़म खाना पड़ेगा
मुहब्बत करके पछताना पड़ेगाश : न था मालूम आयेंगे ये दिन भी -२
कभी रोना कभी गाना पड़ेगा
वफ़ाओं पर सितम ढाना पड़ेगा
हमें उनसे बिछड़ जाना पड़ेगार : भुला दे हाँ भुला दे याद उनकी -२
येही अब दिल को समझाना पड़ेगा
ख़बर क्या थी कि ग़म खाना पड़ेगा
मुहब्बत करके पछताना पड़ेगाश : न निकलेंगे अगर अरमान दिल के -२
यूँ ही घुट-घुट के मर जाना पड़ेगा
वफ़ाओं पर सितम ढाना पड़ेगा
हमें उनसे बिछड़ जाना पड़ेगा