हो रसिया हो कभी ले चल तुउ - The Indic Lyrics Database

हो रसिया हो कभी ले चल तुउ

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - कोरस, जीनत बेगम, दूसरी गायिका (एसएस), तीसरी गायिका | संगीत - पं अमरनाथ | फ़िल्म - दासी | वर्ष - 1944

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ज़्ब, त्स, चोरुस:
हो रसिया हो, कभी ले चल तू
जमुना के पार रेज़्ब: हो दुनिया के डर से
दिलों की रहीं दिल में
त्स: हो दिलों की रहीं दिल में
ज़्ब: तू भी मुश्क़िल में है
मैं भी मुश्क़िल में
को: हो रसिया हो, रसिया हो
बीती जाए उमरिया हमार रे
हो रसिया हो ...स्स: आओ मेरे सैंया मैं जाऊँ मरी
ज़्ब??: ओ मैं जाऊँ मरी
स्स??: जमुना पार चलो बजे बाँसुरी
ज़्ब??: बजे बाँसुरी
बो: मोहे मारो ना बिरहा की मार रे
हो रसिया हो ...ज़्ब: हो खेत रहेंगे जवानी रहे ना
स्स: हो जवानी रहे ना
ज़्ब: हो खेत रहेंगे जवानी रहे ना
स्स: जवानी रहे ना
ज़्ब: आओ भी सैंयाँ कोई ये कहे ना
को: हो रसिया हो, रसिया हो
तूने जानी ना लागी सितार रे
हो रसिया हो ...