चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल - The Indic Lyrics Database

चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल

गीतकार - जफर गोरखपुरी | गायक - पंकज उधास | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाये
तेरे पैर की कोमल आहट सोते भाग जगाये
जो पत्थर छू ले गोरी तू वो हीरा बन जाये
तू जिसको मिल जाए वो, हो जाये मालामाल
एक तूही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल
जो बे-रंग हो उस पर क्या क्या रंग जमाते लोग
तू नादान ना जाने कैसे रूप चुराते लोग
नज़रें भर भर देखें तुझको आते जाते लोग
छैल छबीली रानी थोडा घूँघट और निकाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
धनक घटा कलियाँ और तारे सब हैं तेरा रूप
गजलें हों या गीत हों मेरे सब में तेरा रूप
यूँही चमकती रहे हमेशा तेरे हुस्न की धूंप
तुझे नज़र ना लगे किसी की, जिये हज़ारों साल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल