जीना हमको रास न आया: - The Indic Lyrics Database

जीना हमको रास न आया:

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - रात और दिन | वर्ष - 1967

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जीना हमको रास न आया, हम जाने क्यों जीते हैं
क्या सावन क्या भादों अपने, सब दिन रोते बीते हैं
जीना हमको ...हम से तो जग रूठ गया है, एक तुम्हारा क्या शिकवा -२
अब क्यों आहें भरते हैं, हम अब क्यों आँसू पीते हैं
जीना हमको ...प्यार की बाज़ी आसान समझे, हम ने बड़ी नादानी की -२
दिल की दुहाई देने वाले, यह बाज़ी कब जीते हैं
जीना हमको ...डोरे जुनून में क्या क्या सुझी, क्या क्या हम ने कर डाला -२
खुद ही गिरहबां फाद लिया है, खुद ही गिरहबां सीते हैं
जीना हमको ...