कभी बेकसी ने मारा - The Indic Lyrics Database

कभी बेकसी ने मारा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - अलग अलग | वर्ष - 1985

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ये ग़ज़ल है ना गीत है कोई
ये मेरे दर्द की कहानी है
मेरे सीने में सिर्फ़ शोले हैं
मेरे आँखों में सिर्फ़ पानी है
कभी बेकसी ने मारा
हो कभी बेबसी ने मारा
गिला मौत से नहीं है मुझे ज़िन्दगी ने मारा
मुक़द्दर पे कुछ ज़ोर चलता नहीं
वो मौसम है ये जो बदलता नहीं
कहीं थी ये बदनसीबी
हो कहीं थी मेरी गरीबी
किस किस का नाम लूँ मैं
मुझे हर किसी ने मारा
बेमुरव्वत बेवफ़ा दुनिया है ये
है यही दुनिया तो क्या दुनिया है ये
न कमी थी दोस्तों की न कमी थी दुश्मनों की
कहीं दुश्मनी ने लूटा कहीं दोस्ती ने मारा
उजालों से वहशत मुझे हो गई है
अंधेरों की आदत मुझे हो गई है
रहा जब तलक अँधेरा कटा खूब वक़्त मेरा
मुझे चांदनी ने लूटा मुझे रोशनी ने मारा