दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा - The Indic Lyrics Database

दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - हेमंत | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - इन्स्पेक्टर | वर्ष - 1956

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दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा
गीतों में ज़माना खो जाए
दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा

ये आह मेरी दुनिया के लिए-2
ख़ुशियों का तराना हो जाए
दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा

(आवाज़ मेरे टूटे दिल की
दुनिया के दिलों को तड़पा दे)-2
पत्थर का जिगर भी सुनके जिसे
एक बार तो पानी हो जाए
दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा

हाय, जिसने हमें यह दर्द दिया-2
हम उसको दुआएं देते हैं
ये दर्द दवा बन जाएगा
एक दिन जो पुराना हो जाए
दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा

(है तुझको क़सम ऐ दिल की ज्वलन
आँखों में न आँसू आजाएं)-2
ऐसा न हो तेरे रोने से
महफ़िल में तमाशा हो जाए
दिल छेड़ कोई ऐसा नग़मा$