किस विधि करुण बखान अजब तेरी कारीगरी करतार - The Indic Lyrics Database

किस विधि करुण बखान अजब तेरी कारीगरी करतार

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - मोहम्मद रफ़ी, कृष्णा कल्ले | संगीत - रवि | फ़िल्म - दस लाख | वर्ष - 1966

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र : किस विधि करूँ बखान प्रभू तेरे कोटि-कोटि उपकार
कल तक थी खाली झोली आज भरे भंडार
अजब तेरी कारीगरी करतार -२
क्रि : समझ न आए माया तेरी बदले रंग हज़ार
दो : अजब तेरी कारीगरी ...र : देने वाले तूने ये घर ख़ुशियों से भर डाला
को : ओ ख़ुशियों से भर डाला
क्रि : तू सबसे बड़ा है दानी तेरी लीला किसने जानी
र : जग सोच-सोच गया हार
अजब तेरी कारीगरी ...क्रि : छोटा सा संसार हमारा स्वर्ग बनाए रखना
को : हाँ स्वर्ग बनाए रखना
र : इस बगिया में सदा ख़ुशी के फूल खिलाए रखना
चाहे राजा हो या भिखारी
क्रि : तूने विपदा सबकी टारी
र : अरे वाह रे पालनहार
अजब तेरी कारीगरी ...र : घर वाले घर से निकले होकर आज पराए
तेरा कैसा ये संसार
अजब तेरी कारीगरी ...किसकी नज़र लगी इस घर को बिखर गए सब तिनके
मुरझाई हैं ये कलियाँ खिलने के दिन थे जिनके
कोई यूँ न हो लाचार
अजब तेरी कारीगरी ...