जिसने मेरे सपने महकाए - The Indic Lyrics Database

जिसने मेरे सपने महकाए

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - सोनू निगम | संगीत - निखिल विनय | फ़िल्म - जान (गैर फिल्म) | वर्ष - 2000

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ला र ला
जिसने मेरे सपने महकाए
मुझसे मिल के वो क्यूं शरमाए
जाने उसके दिल में क्या क्या हो
उसको सोचूं तो कुछ हो जाए
न जाने अब क्या करे ये दिल की लगी
मुश्किल में आने लगी है ये ज़िंदगी ये ज़िंदगी
जिसने मेरे सपने ...ये दिल तो अब है उसका ये जान अब है उसकी
वो आरज़ू जीने की मुझे तलब है उसकी
कहे मेरा दिल उसका ख्याल मुझे रात दिन सताए
जिसने मेरे सपने ...नज़र नज़र से मिल कर बना है ये अफ़साना
मैं जिस तरह जलता हूँ जलेगा क्या परवाना
मेरा हाल-ए-दिल जाने न वो कोई तो उसे बताए
जिसने मेरे सपने ...