मैं हरि प्रभु जी आइ शरण तिहारि - The Indic Lyrics Database

मैं हरि प्रभु जी आइ शरण तिहारि

गीतकार - अमर वर्मा | गायक - खुर्शीद | संगीत - सुधीर फड़के | फ़िल्म - आगे बढ़ो | वर्ष - 1947

View in Roman

मैं हारी -२
प्रभु जी आई शरन तिहारी -२
मैं खोज-खोज कर हारी
मैं हारी -२
प्रभु जी आई शरन तिहारीकोई ना मोहे राह बताये -२
सारा जग भरमाये
पिया-दरस की आस लगाये
भटक रही दुखियारी -२आई शरन तिहारी
प्रभु जी आई शरन तिहारी
प्रभु जी -३जब मरने को जी कहता था
तक जीने को मजबूर किया
अब जीने के दिन आये तो
जीने का सहारा दूर किया
अब कौन जगाये तेरे बिन -२
सोई तक़दीर हमारी -२आई शरन तिहारी
प्रभु जी आई शरन तिहारी
प्रभु जी -३मैं खोज-खोज कर हारी
मैं हारी -२
प्रभु जी आई शरन तिहारीप्रभु जी -३