देखो मेरा जनजा निकला मेरी जान की निकाली डोली - The Indic Lyrics Database

देखो मेरा जनजा निकला मेरी जान की निकाली डोली

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार, अनुराधा पौडवाल | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - मर मिटेंगे | वर्ष - 1988

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अरी अरी अरी अरी तेरा सत्यानश अरे मेनी अरी लड़की ये तूने क्या किया
अरे मुझ लड़के को तन्हा मझधार में
छोड़ कर तू अकेले किनारे पर उछल पड़ी
बेवफ़ा बेरहम बेमुरव्वत तेरी ये हिम्मतदेखो मेरा जनाज़ा निकला मेरी जान की निकली डोली
दुल्हन ने लगाई मेंहदी मेरे खून से खेली होली
हो देखो मेरा जनाज़ा ...कोई शगुन बुरा करो छींके मारो
इसके रास्ते से काली बिल्लियां गुज़ारो
ताने मारो और यारों करी सपोये होए
आगे डोली चले तो पीछे काला कुत्ता रोए
कोई कैंची बजाओ करो उल्टी चारपाई
ये है बड़ी बेवफ़ा ये है बड़ी हरजाई
शादी किसी और से कर ली खेली मुझसे आँख मिचौली
ओ देखो मेरा जनाज़ा ...जिसने रिश्ता कराया मर जाये वो कमीना कमीना
हाय हाय मरके भी चैन वो पाए कभी ना
ओ रब्बा रस्ते में कोई शमशान आ जाए
शमशान नहीं तूफ़ान तूफ़ान आ जाए
दूल्हा घोड़े से गिरे उसकी टांग टूट जाए
मांग रब से दुआएं कोई बम फट जाए
डोली छोड़ के कहार भाग जाए इस शहर में चल जाए गोली
हो देखो मेरा जनाज़ा ...मेरा नाम कहीं तू बदनाम न करना
तेरे साथ है जीना तेरे साथ है जीना
मेरा नाम कहीं ...मैने तुझसे मज़ाक किया साजन प्यारे
तेरे साथ लड़े हैं मेरे नैन कंवारे
आँसू पोंछ ले ये रुमाल तू मेरा
मैं हूँ सोनी तेरी महिवाल तू मेरा
जिस दिन मैने तुझको देखा मैं तो तेरी हो ली
मेरी डोली जाएगी तेरे आंगन ओ हमजोलीजिये सोणियो जिये तेनूं मेरी पत रख दी तेरा जवाब नहीं