सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये - The Indic Lyrics Database

सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये

गीतकार - एम एल खन्ना | गायक - सुरैया | संगीत - कृष्णा दयाल | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1949

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सुहानी रात ढल चुकी

सुहानी रात ढल चुकी

ना जाने तुम कब आओगे

जहाँ की रुत बदल चुकी ऽ ऽ ऽ

ना जाने तुम कब आओगे

नज़ारे ऽ ऽ ऽ अपनी मस्तियां

दिखा दिखा के सो गये

सितारे ऽ ऽ ऽ अपनी रौशनी

लुटा लुटा के सो गये

हर एक शम्मा जल चुकी

ना जाने तुम कब आओगे

सुहानी रात ढल चुकी

तड़प रहे हैं हम यहाँ

तुम्हारे इंतज़ार में

खिज़ा का रंग, आ चला है

मौसमएबहार में

मौसमएबहार में

हवा भी रुख बदल चुकी ऽ ऽ ऽ

ना जाने तुम कब आओगे

सुहानी रात ढल चुकी

ना जाने तुम कब आओगे