चमक बन कर अमन का तारा: - The Indic Lyrics Database

चमक बन कर अमन का तारा:

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, सहगान, हेमंत कुमार | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - एक ही रास्ता | वर्ष - 1956

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चमका बन कर अमन का तारा
प्रेम की धरती देश हमारा
जै जै हिंदुस्तान -३अमन के दुश्मन जंग के बेटे, भूल गए हर चाल
atom bombसे जा टकराया, वीर जवाहर लाल
दुनिया ने एक साथ पुकारा, जै जै हिंदुस्तान
चमका बन कर ...जंग के हाथों कितनी चूड़ियाँ, होती चकना चूर
जल जाता बारूद में कितने, माँगों का सिंदूर
तुझसे है सिंगार हमारा, जै जै हिंदुस्तान
चमका बन कर ...धरती माता झूम रही है, भूली दुनिया जंग
क्या पीले क्या गोरे काले, मिल गए तीनों रँग
झंडा ऊँचा रहे हमारा, जै जै हिंदुस्तान
चमका बन कर ...