ओ मेरी महबूबा तुझे जाना है तो जा - The Indic Lyrics Database

ओ मेरी महबूबा तुझे जाना है तो जा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - धरम-वीर | वर्ष - 1977

View in Roman

( ओ मेरी ( महबूबा ) -३
तुझे जाना है तो जा तेरी मर्ज़ी मेरा क्या
पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी
तेरे साथ ही मेरे मरने की ख़बर आएगी ) -२जो भी हो मेरी इस प्रेम-कहानी का -२
पर क्या होगा तेरी मस्त जवानी का
आशिक़ हूँ मैं तेरे दिल में रहता हूँ
अपनी नहीं मैं तेरे दिल की कहता हूँ
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
कि बाद में तू इक रोज़ पछताएगी
ये रुत प्यार की जुदाई में ही गुज़र जाएगी
ओ मेरी महबूबा ...तेरी चाहत मेरा चैन चुराएगी -२
लेकिन तुझको भी तो नींद ना आएगी
मैं तो मर जाऊँगा लेकर नाम तेरा
नाम मगर कर जाऊँगा बदनाम तेरा
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
कि याद मेरी दिल तेरा तड़पाएगी
मेरे जाते ही तेरे आने की ख़बर आएगी
ओ मेरी महबूबा ...दीवाना मस्ताना मौसम आया है -२
ऐसे में तूने दिल को तरसाया है
माना अपनी जगह पे तू भी क़ातिल है
पर यारों से तेरा बचना मुश्किल है
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
फिर प्यार में नज़र जब टकराएगी
तड़पती हुई मेरी जान तू नज़र आएगी
ओ मेरी महबूबा ...