ये आईने से अकेले में गुफ़्तगू क्या है - The Indic Lyrics Database

ये आईने से अकेले में गुफ़्तगू क्या है

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - Nil | संगीत - Nil | फ़िल्म - जब प्यार किसी से होता है | वर्ष - 1961

View in Roman

ये आईने से अकेले में गुफ़्तगू क्या है
जो मैं नहीं तो फिर तेरे रूबरू क्या है
इसी उम्मीद पे काटी है ज़िन्दगी मैंने
वो काश पूछते मुझसे कि आरज़ू क्या है
ये रंग-ए-गुल ये शफ़क़ और ये ताबिश-ए-अंजुम
तेरा जमाल नहीं है तो चारसू क्या है
क्यों उनके सामने तुम दिल की बात करते हो
जो खुद समझते नहीं दिल की आबरू क्या है