खिलो-खिलो खिलो-खिलो मतवारी कलियो - The Indic Lyrics Database

खिलो-खिलो खिलो-खिलो मतवारी कलियो

गीतकार - पं सुदर्शन | गायक - शीला | संगीत - NA | फ़िल्म - सिकंदर | वर्ष - 1941

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किसी दीपक की धुन में बिचारा

किसी दीपक की धुन में बिचारा

जलता है पतंगा प्यारा

आ तुझको बहना रस्ता दिखा दे

हो

रस्ते में लाखों दीपक जला दे

ये चाँदतारे लाकर बिछा दे

जान गई जान गई भेद सारा

जलता है पतंगा प्यारा

किसी दीपक की धुन में बिचारा

जलता है पतंगा प्यारा

इसके सिवा कुछ नहीं मेरे बस में

हो

दोचार में क्या कर दूँ मैं बस में

बहना वारी पाती क्यूँ बस में

दिखला दूँ मैं दीपबत्ती आरा

हाय राम

दिखला दूँ मैं दीपबत्ती आरा

जलता है पतंगा प्यारा

किसी दीपक की धुन में बिचारा

जलता है पतंगा प्यारा

आ तुझको बहना रस्ता दिखा दे

हो

रस्ते में लाखों दीपक जला दे

ये चाँदतारे लाकर बिछा दे

जान गई जान गई भेद सारा

जलता है पतंगा प्यारा

किसी दीपक की धुन में बिचारा

जलता है पतंगा प्यारा