यही वो जगह है, यही वो फिजायें - The Indic Lyrics Database

यही वो जगह है, यही वो फिजायें

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - यक़ीन | वर्ष - 1969

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यही वो जगह है, यही वो फिजायें
यही पर कभी आप हमसे मिले थे
इन्हें हम भला किस तरह भूल जाए
यही पर कभी आप हम से मिले थे
यही पर मेरा हाथ में, हाथ लेकर
कभी ना बिछडने का वादा किया था
सदा के लिए हो गए हम तुम्हारे
गले से लगाकर हमे ये कहा था
कभी कम ना होंगी हमारी वफायें
यही पर वफ़ा का नया रंग भर के
बनायी थी चाहत की तसवीर तुमने
यही की बहारों से फूलों को चुनकर
सवारी थी उल्फत की तकदीर तुमने
वो दिन आप को याद कैसे दिलाये