बाग़ों में बहार है - The Indic Lyrics Database

बाग़ों में बहार है

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - Nil | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - आराधना | वर्ष - Nil

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अच्छा तो ये बात है 
तुम भी सुन लो
जो जो सवाल मैं पूछूँ उनका सच-सच जवाब देना
डन्?
डन्
अच्छा, तो बाग़ों में बहार है?
क्या?
मैं ने पूछा बाग़ों में बहार है?
हाँ है
कलियों पे निखार है?
हाँ है
तो, तो तुमको मुझसे प्यार है
न न, न न न, न न न, न न नपु : ओ~ बाग़ों में बहार है
है
कलियों पे निखार है
है
ओ~ तुमको मुझसे प्यार है
न न न, न न न, न न न, न न न
ओ~ बाग़ों में बहार है ...स्त्री: छोड़ो हटो, जाओ पकड़ो न बैंय्या
आऊँ न मैं तेरे बातों में सैंय्या
तुमने कहा है देखो, देखो मुझे सैंय्या
बोलो तुमको इक़रार है
है
फिर भी इन्कार है
हाँ है
ओ~ तुमको मुझसे प्यार है
न न न, न न न, नहीं नहीं नहीं नहीं
ओ~ बाग़ों में बहार हैतुमने कहा था मैं सौ दुःख सहूँगी
चुपके पिया तेरे मन में रहूँगी
वो सब कहूँगी लेकिन वो न कहूँगी
तुमको जिसका इन्तज़ार है
है
फिर भी तक़रार है
है
ओ~ तुमको मुझसे प्यार है
न न न, न न न, न न न, न न न
ओ~ बाग़ों में बहार हैस्त्री: अच्छा चलो, छेड़ो आगे कहानी
होती है क्या बोलो प्यार की निशानी
बेचैन रहती है प्रेम दीवानी
बोलो क्या दिल बेक़रार है
है
मुझपे ऐतबार है
है
जीना दुशवार है
है, है
आज सोमवार है
अरे बाबा, है
तुमको मुझसे प्यार है
है
न न न न न