ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है - The Indic Lyrics Database

ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया, श्याम | संगीत - नौशादी | फ़िल्म - दिल्लगी | वर्ष - 1949

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ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है

ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है

ए ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है

अंजाम ज़िंदगी का

अंजाम ज़िंदगी का नज़दीक आ रहा है

ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है

सु : बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है

दुनिया में जैसे अपनी

दुनिया में जैसे अपनी कोई बुला रहा है

बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है

श्या : तुझको क़सम है आकर सूरत ज़रा दिखा जा

सूरत ज़रा दिखा जा

दीवाना देख तेरा दुनिया से जा रहा है

सु : बरबादियों का अपनी शिक़वा नहीं किसी से

शिक़वा नहीं किसी से

मेरा नसीब मुझको ये दिन दिखा रहा है

ए बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है