ऐ मेरे मजबूर दिल हो न बहुत बेक़रार - The Indic Lyrics Database

ऐ मेरे मजबूर दिल हो न बहुत बेक़रार

गीतकार - नक्षबी | गायक - शमशाद | संगीत - नशाद | फ़िल्म - नगमा | वर्ष - 1953

View in Roman

ऐ मेरे मजबूर दिल हो न बहुत बेक़रार
यूँ न तड़प रात-दिन यूँ न मचल बार बार

फिर वही दिन आएंगे वो मेरे हो जाएंगे
तुझको यक़ीं हो तो हो मुझको नहीं ऐतबार

ज़िन्दगी बरबाद हो लब पे न फ़रियाद हो
है तो ये मुश्क़िल मगर जैसे गुज़रे गुज़ार

चैन कहाँ पाएंगे तड़पते चले जाएंगे
दर्द पर क़ाबू नहीं उन पर नहीं इख़्तियार$