यादों की बारात - The Indic Lyrics Database

यादों की बारात

गीतकार - मजरूह सुलतानपुरी | गायक - मोहम्मद रफी - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - जुगनू | वर्ष - 1947

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यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे
सपनों की शहनाई बीते दिनों को पुकारे
छेड़ो तराने मिलन के प्यारे प्यारे संग हमारे
बदले ना अपना ये आलम कभी
जीवन में बिछड़ेंगे ना हम कभी
यूँ भी जाओगे आख़िर कहाँ हो के हमारे
आगे भी होगा जो उसका करम
ये दिन तो मनाएंगे हर साल हम
अपने आँगन नाचे गाएँगे चंदा सितारे