उनको आता है प्यार पे ग़ुस्सा - The Indic Lyrics Database

उनको आता है प्यार पे ग़ुस्सा

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - तलत महमूद | संगीत - रोशन | फ़िल्म - मालकिन | वर्ष - 1953

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उनको आता है प्यार पे ग़ुस्सा
हमको ग़ुस्से पे प्यार आता है

ऐ मेरे हमसफ़र क्या तुझे है ख़बर
मेरा दिल ले गई तेरी पहली नज़र

कह रही हैं मुझे तेरी ख़ामोशियाँ
इक अनोखी नई अनसुनी दास्ताँ
चाहता है ये जी गर बुरा न लगे
तो पुकारूँ तुझे कहके जान-ए-जिगर

मेरे अरमाँ बदलने लगे करवटें
सुन रहा है ये दिल कुछ नई आहटें
चाहता है ये जी ख़त्म हो ना कभी
आज का ये सफ़र आज का ये सफ़र$