यारी है इमान मेरा, यार मेरी ज़िन्दगी - The Indic Lyrics Database

यारी है इमान मेरा, यार मेरी ज़िन्दगी

गीतकार - महबूब | गायक - मन्ना डे | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - पल | वर्ष - 2000

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ग़र ख़ुदा मुझसे कहे कुछ मांग ऐ बन्दे मेरे
मैं ये माँगू महफिलों के दौर यूँ चलते रहें
हमप्याला, हमनिवाला, हमसफ़र, हमराज़ हो
ता क़यामत जो चिराग़ों की तरह जलते रहें
यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िन्दगी
प्यार हो बन्दों से ये सबसे बड़ी है बंदगी
साज़-ए-दिल छेड़ो जहां में, प्यार की गूँजे सदा
जिन दिलों में प्यार है उनपे बहारें हों फ़िदा
प्यार लेके नूर आया, प्यार लेके सादग़ी
जान भी जाए अगर यारी में यारों ग़म नहीं
अपने होते यार हो ग़मग़ीन मतलब हम नहीं
हम जहाँ हैं उस जगह झूमेगी नाचेगी ख़ुशी
गुल-ए-गुलज़ार क्यों बेज़ार नज़र आता है
चश्म-ए-बद का शिकार यार नज़र आता है
छुपा न हमसे, ज़रा हाल-ए-दिल सुना दे तू
तेरी हँसी की क़ीमत क्या है, ये बता दे तू
कहे तो आसमां से चाँद तारें ले आऊँ
हसीं जवान और दिलकश नज़ारे ले आऊँ
तेरा ममनून हूँ तूने निभाया याराना
तेरी हँसी है आज सब से बड़ा नज़राना
यार के हँसते ही, महफ़िल पे जवानी आ गई