कभी राज ए मोहब्बत दिल की कहानी रंग लाई है - The Indic Lyrics Database

कभी राज ए मोहब्बत दिल की कहानी रंग लाई है

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - रवि | फ़िल्म - चौदहवीं का चाँदी | वर्ष - 1960

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कभी राज़-ए-मोहब्बतदिल की कहानी रंग लाई है -२
अल्ला दुहाई है दुहाई है -२साँसे हैं हल्की-हल्की आँखें हैं छलकी-छलकी -२
आज तो जाँ पे बन आई है
अल्ला दुहाई है ...किसी को भी मुहब्बत के न फन्दे में ख़ुदा डाले
ये जब चाहे बना डाले ये जब चाहे मिटा डाले
कोई इसका भरोसा है न कुछ इसका ठिकाना है
( कोई इसका ) -२ भरोसा है न कुछ इसका ठिकाना है
किसी को ज़िन्दगी दे-दे किसी का घर जला डाले
क्यूँकि वल्लाह ये बड़ी हरजाई है
अल्ला दुहाई है ...हमेशा ज़िन्दगी से खेलते हैं इश्क़ के मारे
ये अपनी-अपनी क़िस्मत है कोई जीते कोई हारे
अरे तौबा ये दस्तूर-ए-मोहब्बत भी क़यामत है
( अरे तौबा ) -३ ये दस्तूर-ए-मोहब्बत भी क़यामत है
रहो ख़ामोश तो दिल को जलाएँ ग़म के अंगारे
और आहें भरो तो रुसवाई है
अल्ला दुहाई है ...