ऐ जज़्ब-ए-इश्क़ तेरा कब ऐतबार आए - The Indic Lyrics Database

ऐ जज़्ब-ए-इश्क़ तेरा कब ऐतबार आए

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - तलत महमूद | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - हसीना | वर्ष - 1955

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ऐ जज़्ब-ए-इश्क़ तेरा कब ऐतबार आए
वो आए, और मुझ तक दीवानावार आए

आहों को हम्स्ने दिल की तासीर सौंप दी है
देखें तो आज कैसे उनको क़रार आए
वो आए ...

क्या दूर आसमाँ से तरे भी टूट आए
होंठों पे जब मचल कर दिल की पुकार आए
वो आए ...

ऐ नाला-ए-मुहब्बत अपना असर दिखा दे
वो आज दिल को थामे बेइख़्तियार आए
वो आए ...$