बरसात मन हमसे मिल तुम सजन - The Indic Lyrics Database

बरसात मन हमसे मिल तुम सजन

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - बरसात | वर्ष - 1949

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को : तक धिना धिन
धिना धिन
तक धिना धिन
बरसात में
को : तक धिना धिन
बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम
बरसात में
को : तक धिना धिन
बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम
बरसात में
को : तक धिना धिनप्रीत ने सिंगार किया
मैं बनी दुल्हन -२
सपनों की रिमझिम में
नाच उठा मन
मेरा नाच उठा मन
आज मैं तुम्हारी हुई तुम मेरे सनम
तुम मेरे सनम
बरसात में
को : तक धिना धिन
बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम
बरसात में
को : तक धिना धिननैनों से झांकी जो
मेरी मस्त जवानी
दुनिया से कहती फिरे
दिल की कहानी
मेरे दिल की कहानी
उनकी जो हूँ मैं
उनसे कैसी शरमये समाँ है जा रहे हो
कैसे मनाऊँ -२
मैं तुम्हारी राह में ये
नैन बिछाऊँ -२
तुम ना जाओ तुमको मेरी
जान की क़सम -२देर ना करना कहीं ये
आस छूट जाये
साँस टूट जाये
तुम ना आओ दिल की लगी
मुझको ही जलाये
ख़ाक़ में मिलाये
आग़ की लपटों में पुकारे ये मेरा मन
मिल ना सके हाय मिल ना सके हम -२