मेरे मितवा, मेरे मीत रे - The Indic Lyrics Database

मेरे मितवा, मेरे मीत रे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफी - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - गीत | वर्ष - 1970

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मेरे मितवा, मेरे मीत रे
आजा तुझको पुकारे मेरे गीत रे, मेरे गीत रे
ओ मेरे मितवा, मेरे मीत रे
आजा तुझको पुकारे मेरे गीत रे, मेरे गीत रे
चांद चकोरी की प्रेमकहानी
प्रेम जगत में है सबसे पुरानी
इससे पुरानी एक कहानी तेरी मेरी प्रीत रे
हम भी मिले थे कभी जमुना किनारे
राधा किशन थे कभी नाम हमारे
फिर वो मुरलिया, फिर वो पायलिया
फिर वही संगीत रे
(तरसेगी कब तक प्यासी नजरिया
बरसेगी कब मेरे आँगन बदरिया
छोड़ के आजा तोड़ के आजा
दुनिया की हर रीत रे
नाम ना जानूं तेरा देस ना जानूं
केस मैं भेजूँ संदेस ना जनम
ये फूलों की ये झुलों की रुत ना जाए बीत रे)