भिगोई मोरी सादी रे - The Indic Lyrics Database

भिगोई मोरी सादी रे

गीतकार - | गायक - सहगान, खुर्शीद | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - शादी | वर्ष - 1941

View in Roman

स्त्री: (भिगोई मोरी साड़ी रे, देखो भीगे ना चोली)-२
पु.: (सम्भल सम्भल के पिचकारी )-२
खेलो हम से होली
स्त्री:भिगोई मोरी साड़ी रे
पु.: खेलो हम से होली
स्त्री: (भिगोई मोरी साड़ी रे, देखो भीगे ना चोली)-२स्त्री: (जुग जुग खेले तुम से होली
भर गई आखिर मन की झोली)-२
(तन मन खेले रे, मन के राजा)-२
होली के दिन तेरी होली
भिगोई मोरी साड़ी रे, होली के दिन तेरी होली
(भिगोई मोरी साड़ी रे, देखो भीगे ना चोली)-२पु.: (तन नाचे मन नाचे हो गोरी)-२
(मोहे नहीं कुछ अब सुध मोरी)-२
स्त्री: (नैन.ओन में नैना जगाये ? बलम ने )-२
(मारे शरम नहीं बोली न बोली न बोली)-२
(भिगोई मोरी साड़ी रे, देखो भीगे ना चोली)-२