नगरी नगरी फिरा मुसाफिर घर का रास्ता भुल गया - The Indic Lyrics Database

नगरी नगरी फिरा मुसाफिर घर का रास्ता भुल गया

गीतकार - मिराजिक | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - हसीन लम्हें (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1988

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नगरी नगरी फिरा मुसाफ़िर घर का रस्ता भूल गया
क्या है तेरा क्या है मेरा अपना पराया भूल गयाक्या भुला कैसे भूला क्यूँ पूछते हो बस यूँ समझो
कारन दोष नहीं है कोई भूला भाला भूल गयाजिसको देखो उसके दिल में शिक़्वा है तो इतना है
हमें तो सब कुछ याद रहा पर हमको ज़माना भूल गयाकोई कहे ये किसने कहा था कह दो जो कुछ जी में है
मेरा जी कह कर पछताया और फिर कहना भूल गया