ऐ ग़र्दिश-ए-ज़माना कब तक ये ग़म सहेंगे - The Indic Lyrics Database

ऐ ग़र्दिश-ए-ज़माना कब तक ये ग़म सहेंगे

गीतकार - असद भोपाली | गायक - तलत, सुधा मल्होत्रा | संगीत - ए आर कुरैशी | फ़िल्म - अल्लादीन लैला | वर्ष - 1957

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ऐ ग़र्दिश-ए-ज़माना कब तक ये ग़म सहेंगे
स्म: वो दिन नहीं रहे तो ये भी नहीं रहेंगे

त्म: अब क्या बचेगी दुनिया अब होगा क्या सवेरा
कुछ सूझता नहीं है छाया है वो अंधेरा
स्म: मायूस हो न इतना होने को है सवेरा
अल्लाह तो ले रहा है ये इम्तहान तेरा
मालिक पे रख भरोसा ये तुझसे हम कहेंगे

त्म: अब एक पल भी जीना मुझको नहीं गँवारा
ऐ मौत तू कहाँ है अब दे मुझे सहारा
स्म: हिम्मत से काम ले तू आहें न भर ख़ुदारा??
ये कह रहा है तुझ से रहमत का ये सितारा
सब दूर हैं की मुश्किल ये दिन नहीं रहेंगे$