सच मेरे यार है, बस वही प्यार है - The Indic Lyrics Database

सच मेरे यार है, बस वही प्यार है

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - एस. पी. बालसुब्रमण्यम | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - सागर | वर्ष - 1985

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सच मेरे यार है, बस वही प्यार है
जिस के बदले में कोई तो प्यार दे
बाकी बेकार है, यार मेरे
जिस हाथ में एक हाथ है, उस हाथ की क्या बात है
क्या फासलें, क्या मंज़िलें, एक हमसफ़र गर साथ है
जिसकी किस्मत कोई यूँ सँवार दे, वो ही दिलदार है यार मेरे
झूमें जमीं, झुमें गगन तेरे लिये होके मगन
खिलते रहे सपने तेरे, महका रहे दिल का चमन
जिन्दगी तुझ को ऐसी बहार दे, दिल की पुकार है यार मेरे
सुनते थे हम ये जिन्दगी, गम और खुशी का मेल है
हम को मगर आया नजर, ये जिन्दगी वो खेल है
कोई सब जीते, सब कोई हार दे, अपनी तो हार है यार मेरे