मेरे मेहबूब तुझे सलाम - The Indic Lyrics Database

मेरे मेहबूब तुझे सलाम

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आशा भोसले - मोहम्मद रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - बग़ावत | वर्ष - 1982

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मेरे मेहबूब तुझे सलाम
मुश्किल में जान आई आया होंठों पे तेरा नाम
तेरा जलवा खूब, तेरा पर्दा खूब
क्या पर्दा, क्या जलवा, ये दिल तुझसे है मन्सूब
मेरा हबीब तू है, मेरा नसीब तू है
दर का फ़क़ीर हूँ मैं, बन्दा असीर हूँ मैं
तुझपे मेरी नज़र है, मुझसे तू बेख़बर है
मैं अपने मेहरबां से, अब क्या कहूँ जुबाँ से
आहों से इश्क़ में लेते हैं, आशिक जुबाँ का काम
है इन्तज़ार मुश्किल, सूनी है दिल की महफ़िल
कब तेरी दीद होगी, मस्तों की ईद होगी
चिलमन से आ निकलकर मेरे हसीन दिलबर
जो कुछ भी दरमियाँ है उड़ जाएगा धुँआ है
पर्दे उठा रहा है सारे शायर का ये क़लाम
नज़रों में तू ही तू है, बस तेरी आरज़ू है
ये बेरुखी है कैसी, ये बेख़ुदी है कैसी
पहचान ये निग़ाहें ये आँसू और ये आहें
शौक-ए-विसाल ये है, इस दिल का हाल ये है
लय के बगैर नग़्मा जैसे मय के बगैर जाम