अंखियों ने रात क्या जादू किया: - The Indic Lyrics Database

अंखियों ने रात क्या जादू किया:

गीतकार - समीर | गायक - बाबुल सुप्रियो, प्रीति, पिंकी | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - मुझे कुछ कहना है | वर्ष - 2001

View in Roman

अँखियों ने रात क्या जादू किया क्या जादू किया क्या जादू किया
मैने कोई जादू नहीं किया तू ही मेरे पीछे आया पिया
अँखियाँ मिला के तू ने दिल को चुराया लूटा लूटा लूटा मेरा जिया ओहशोख हसीना खुश्बू वाली चाँद भी तुझ पे मरता
इतनी हसीं हूँ चाँद बेचारा और भला क्या करता
चाँद की बातें चाँद पे छोड़ो अपनी बात बताओ
बिन बोले हर बात समझ लो यूँ ना पहेली बुझाओ
सोना सोना मैं हूँ सोना
इतना कह दो मेरी हो नाअँखियां मिला के ...
अँखियों ने रात क्या जादू किया
मैने कोई जादू नहीं किया
क्या जादू किया क्या जादू किया क्या जादू कियाइस महफ़िल में मेरे दिल में किस ने आग लगाई
आग लगाने वाली तुझे तड़पाने वाली मुझ को नज़र ना आई
छम छम पायल क्यूँ बजती है मुझ को ज़रा समझाओ
बात समझनी है जो तुम को पास मेरे आ जाओ
छू ना छू ना बइयाँ गोरी
दिल तू दे दे चोरी चोरीअँखियां मिला के ...
हो ओ ओ