रानी खोल दे अपने दुआर मिलाने का दिन आ गया - The Indic Lyrics Database

रानी खोल दे अपने दुआर मिलाने का दिन आ गया

गीतकार - स्वामी रामानंदी | गायक - सुरैया, के एल सहगल | संगीत - लाल मोहम्मद | फ़िल्म - तदबीर | वर्ष - 1945

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सै : रानी खोल दे अपने दुआर -२
मिलने का दिन आ गया आ गया
कर ले नयनों से नयना तू चार -२
मिलने का दिन आ गया आ गया आ गयासु : लाज की मारी मैं न बोलूँ -२
प्रीत के घूँघट को न खोलूँ -२
सै : क्यूँ
सु : क्या जानूँ क्यूँ
आज मानूँ बलमवा मैं हार -२
दिल मेरा घबरा गया -२
सै : कर ले नयनों से नयना तू चार -२
मिलने का दिन आ गया आ गया आ गयासै : आज दिल में उठा है तूफ़ान -२
सु : बोलो क्यूँ
सै : आज तन में मेरे नाच रहे प्रान
सु : बोलो क्यूँ
सै : आज नस-नस में छाया खुमार -२
सु : क्यूँ
सै : मिलने का दिन आ गया आ गया
कर ले नयनों से नयना तू चार -२
मिलने का दिन आ गया आ गया आ गयासु : लाज की मारी मैं न बोलूँ -२
प्रीत के घूँघट को न खोलूँ -२
सै : क्यूँ
सु : क्या जानूँ क्यूँ
आज मानूँ बलमवा मैं हार -२
दिल मेरा घबरा गया -२
सै : कर ले नयनों से नयना तू चार -२
मिलने का दिन आ गया आ गया आ गया