मेरे पिया से बेसन परेड रे - The Indic Lyrics Database

मेरे पिया से बेसन परेड रे

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - गीता दत्त | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - दो भाई | वर्ष - 1947

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मेरे पिया तो बसें परदेस रे
हाए बसन्त रुत क्यों आई
तू पवन ना कर अठकेलियां
मेरे दिल की कली मुरझाई
मेरे पिया तो बसें ...पिया पिया पपीहा गाता है
दिल ग़म में डूबा जाता है
प्रानों को लगे है ठेस रे
हाए बसन्त रुत क्यों आई
मेरे पिया तो बसें ...संवरिया नाता तोड़ गये
इक दर्द सा दिल में छोड़ गये
भेझा ना कोई संदेस रे
हाए बसन्त रुत क्यों आई
मेरे पिया तो बसें ...फिर फूल फूल मुसकाने लगा
मुझे अपना फूल याद आने लग
फूलों का बदल कर भेस रे
हाए बसन्त रुत क्यों आई
मेरे पिया तो बसें ...बगिया में किसी की बंसी न बजी
राजा न आये रानी न सजी
बंसी न बजी रानी न सजी
उजड़ा मेरे मन का देस रे
हाए बसन्त रुत क्यों आई
मेरे पिया तो बसें ...