नैन में कृष्ण मुरारी हैं - The Indic Lyrics Database

नैन में कृष्ण मुरारी हैं

गीतकार - पंडित माधुरी | गायक - ज़ोहरा बाई, पुरुष स्वर, सहगान | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - सन्यासी | वर्ष - 1945

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नयनों में नयना मत डालो

नयनों में नयना मत डालो

हो जी बलम तुम्हें मेरी क़सम

ये दिलवालों की तोली

तकती है मेरी चोली

मैं सबसे आँखमिचोली खेलूँ

खेलूँ हाँ खेलूँ

हाँ नयनों में नयना मत डालो

हो जी बलम तुम्हें मेरी क़सम

बेदर्द जवानी आई

दुनिया ने ठोकर खाई

मैं हँस के इक अंगड़ाई ले लूँ

ले लूँ हाँ ले लूँ

हाँ नयनों में नयना मत डालो

हो जी बलम तुम्हें मेरी क़सम

निगाहों से मुसकाते

भरे वे रूप ? दिखाते

फूलों का गेंद बना के खेलूँ

खेलूँ हाँ खेलूँ

हाँ नयनों में नयना मत डालो

हो जी बलम तुम्हें मेरी क़सम