नहीं चिराग ए मुहब्बत जले जाते हैं - The Indic Lyrics Database

नहीं चिराग ए मुहब्बत जले जाते हैं

गीतकार - मुंशी दिलो | गायक - जोहराबाई अंबलेवाली | संगीत - लाल मोहम्मद | फ़िल्म - सोहनी महिवाल | वर्ष - 1946

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नहीं चिराग़-ए-मुहब्बत जलाए जाते हैं
ये दिल के दाग़ जहां हों दिखाए जाते हैंवो दर्द बन के जिगर में समाए जाते हैं
भुला रही हूँ मगर याद आए जाते हैंउठा निगाह-ए-मुहब्बत मुझे सहारा दे
कठन है राह क़दम डगमगाए जाते हैंज़ुबान-ए-अश्क पे अफ़साना-ए-मुहब्बत है
कोई सुने न सुने हम सुनाए जाते हैं