मालती गुंधाय केश कारे घुंघरारे - The Indic Lyrics Database

मालती गुंधाय केश कारे घुंघरारे

गीतकार - बिरजू महाराज | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, माधुरी दीक्षित, बिरजू महाराज | संगीत - बिरजू महाराज | फ़िल्म - देवदास | वर्ष - 2002

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मालती गुँधाय केश कारे घुँघरारे
मुख दामिनी सी दमकत चाल मतवारीढाई श्याम रोक लई रोक लई रोक लई
ढाई श्याम रोक लई औचक मुख चूम लई
सर से मोरी चुनरी गई गई गई
सर से मोरी चुनरी गई सरक सरक सरककाहे छेड़ छेड़ मोहे गरवा लगाई
काहे छेड़ छेड़ मोहे
नंद को लाल ऐसो ढीठ
बरबस मोरी लाज लीन्ही
बरबस मोरी लाज लीन्ही बिन्दा श्याम मानत नाहीं
कासे कहूँ मैं अपने जिया की सुनत नाहीं माई
काहे छेड़ छेड़ मोहे
इशदध की भरी मटकी
लय जात रही डगर बीच
आहट सुन आहट सुन आहट सुन
जियरा गयो धड़क धड़क धड़क
काहे छेड़ छेड़ छेड़ मोहेत न न न ता धिनकर पकड़त चूड़ियाँ सब कर की कर की कर की कर की
कर पकड़त चूड़ियाँ सब कर की कर की कर की ओ माई
बिन्दा श्याम मानत नाहीं
कासे कहूं मैं अपने जिया की सुनत नाहीं माई
काहे छेड़ छेड़ छेड़ छेड़ मोहे