वो नहीं मिलता मुझे इसका गिला अपनी जगह - The Indic Lyrics Database

वो नहीं मिलता मुझे इसका गिला अपनी जगह

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया | संगीत - Nil | फ़िल्म - बड़ी बहेन | वर्ष - 1949

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वो नहीं मिलता मुझे इसका गिला अपनी जगह
उसके मेरे दरमियाँ का फासला अपनी जगह
ज़िन्दगी के इस सफ़र में सैंकड़ो चेहरे मिले
दिलकशी उनकी अलग, पैकर तेरा अपनी जगह
तुझसे मिलकर आनेवाले कल से नफ़रत मोल ली
अब कभी तुझसे न बिछड़ूँ ये दुआ अपनी जगह
एक मुसलसल दौड़ में है मंज़िलें और फासलें
पाँव तो अपनी जगह हैं, रास्ता अपनी जगह