रूप देखुं आंखें दो क्या करुणं - The Indic Lyrics Database

रूप देखुं आंखें दो क्या करुणं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - आशा भोंसले, शब्बीर कुमार | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - धर्म अधिकारी | वर्ष - 1986

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रूप देखूं रंग देखूं कौन सा मैं अंग देखूं
ओ मेरे प्यार मेरे यार तुझमें अदाएं हज़ार
आँखें दो आँखें दो क्या करूं
आँखें दो आँखें दो
क्या क्या देखूं दिलदारहिम्मत देखूं ताक़त देखूं
हाँ मैं तेरी सूरत देखूं
मेरे प्यार मेरे प्यार हो गया तुझसे बेशुमार
आँखें दो ...एक बार मिलने जो जाऊं हर बार मिलन को दिल तरसे
मदिरा ही मदिरा तेरे अंगों में
हाथ तेरे प्यासे चूम लेने दे जो भी तुझे देखे तो झूमने दे
होंठ देखूं गाल देखूं कौन सा कमाल देखूं
लाखों हैं तुझमें कमाल
आँखें दो ...सोलह कलाएं babyतेरे अन्दर सुन्दरता से भी तू सुन्दर
सच मानूंगी तभी तेरी बातें गुज़रेंगी जब तेरे संग रातें
तू मेरे नैनों की ज़िन्दगानी तेरे बिना जीना बेमानी
जादू देखूं जलवा देखूं एक नज़र से क्या क्या देखूं
हर बात तेरी दिल थाम
आँखें दो ...