मय्युस ना हो ऐ मेरे वतन आदम का लहुउ - The Indic Lyrics Database

मय्युस ना हो ऐ मेरे वतन आदम का लहुउ

गीतकार - नीरज | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रोनोदेब मुखर्जी | फ़िल्म - तू ही मेरी जिंदगी | वर्ष - 1965

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मायूस न हो ऐ मेरे वतन
आँसू से न धो ये लाल कफ़न
मिटकर भी नहीं मिट पाता है
आदम का लहू, आदम का लहू -२आया बनकर गांधी
वो कभी आया बनकर गांधी
वो कभी जागा बनकर सुक्रात
कभी बोला बनकर मनसूर
कभी चीखा बनकर फ़रहाद
कभी सौ भेस बदलकर आता है
आदम का लहू, आदम का लहू -२हिंदू वो नहीं, मुसलिम वो नहीं -२
इनसान रे बस इनसान है वो
नफ़रत जो करे शैतान है वो
ग़र प्यार करे भगवान है वो
अटरे (??) में समंदर लाता है
आदम का लहू, आदम का लहू -२