अपनि नज़र से दुउर वो उनकी नज़र से दुउर हमो - The Indic Lyrics Database

अपनि नज़र से दुउर वो उनकी नज़र से दुउर हमो

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - बाजार | वर्ष - 1949

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र: अपनी नज़र से दूर वो -२
उनकी नज़र से दूर हम
ल: तुम ही बताओ क्या करें
मजबूर तुम मजबूर हम
तुम ही बताओ क्या करेंर: बुझ गया प्यार का चराग़
दिल का जहाँ उजड़ गया
प्यार में हम तो लुट गये
आपका क्या बिगड़ गया -२
ल: इससे बड़ी सज़ा है क्या -२
तुमसे हैं दूर दूर हम
तुम ही बताओ क्या करेंख़ाब में आओ एक बार
ज़ख़्म-ए-जिगर दिखायें हम
तुम हमें बेवफ़ा कहो
लब ना मगर हिलायें हम -२
आँसू टपक के ये कहें -२
मजबूर तुम मजबूर हम
तुम ही बताओ क्या करेंर: साथी नहीं कोई मेरा
और कोई राज़दाँ नहीं
ऐसा लुटा है क़ाफ़िला
कदमों का भी निशाँ नहीं -२
ल: इतना ही याद है हमें -२
लुट गये बेक़ुसूर हम
तुम ही बताओ क्या करें
मजबूर तुम मजबूर हम
तुम ही बताओ क्या करें