वो हँस के मिले हमसे, हम प्यार समझ बैठे - The Indic Lyrics Database

वो हँस के मिले हमसे, हम प्यार समझ बैठे

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - हमसाया | वर्ष - 1968

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वो हँस के मिले हमसे, हम प्यार समझ बैठे
बेकार ही उल्फ़त का इज़हार समझ बैठे
ऐसी तो न थी क़िस्मत अपना भी कोई होता
क्यों ख़ुद को मोहब्बत का हकदार समझ बैठे
वो हँस के मिले हमसे
रोएँ तो भला कैसे, खोलें तो जुबाँ क्यों कर
डरते हैं के जाने क्या संसार समझ बैठे
बेकार ही उल्फ़त का