दिल ने फिर याद किया, बेवफ़ा लौट भी आ - The Indic Lyrics Database

दिल ने फिर याद किया, बेवफ़ा लौट भी आ

गीतकार - नक्षबी | गायक - लता | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - महल | वर्ष - 1949

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दिन ख़ुशी का छुप गया

दिन ख़ुशी का छुप गया

रात ग़म की आ गई

प्यार के जहान में

दर्द बन के छा गई

दिन ख़ुशी का छुप गया

रात ग़म की आ गई

याद आ के रह गई प्यार की कहानियाँ

आँसुओँ में बह गईं

प्यार की कहानियाँ

प्यार बन के जो खिली

वो कली मुरझा गई

दिन ख़ुशी का छुप गया

रात ग़म की आ गई

हाय क्यूँ बिछड़ गया

दिल से दिल मिला हुआ

तू नहीं तो ज़िंदगी

चराग है बुझा हुआ

दो दिलों के प्यार में

क्यूँ जुदाई आ गई

दिन ख़ुशी का छुप गया

रात ग़म की आ गई

रूठ के चले गये दिन मेरी बहार के

फूल ही बिखर गये

ज़िंदगी के हार के

दिल की आस टूट के

आँसुओं में आ गई

दिन ख़ुशी का छुप गया

रात ग़म की आ गई

प्यार के जहान में

दर्द बन के छा गई