अ डिंग दांग हो तुम्हें हम चाहें - The Indic Lyrics Database

अ डिंग दांग हो तुम्हें हम चाहें

गीतकार - समीर | गायक - कोरस, उदित नारायण, सुनिधि चौहान, जावेद अली, हार्वर्ड, विक्की | संगीत - राजू सिंह | फ़िल्म - पागलपान | वर्ष - 2001

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अ डिंग डांग हो तुम्हें हम चाहें
जो तुम कह दो हँस के मर जाएं
हमारी जां है प्यारी बहना
बिन तेरे कहीं कभी हमको न रहना
खुशी और ग़म हमें मिल के है सहना
अ डिंग डांग हो ...अक्क्ड़ बक्कड़ बम्बे बो अस्सी नब्बे पूरे सौ
जिसको मिल गया हो भाई तेरे जैसा
उसको फिर किसी से क्या लेना
करती हूँ यही Godसे मैं तो prayer
ऐसे ही brotherमुझको देना
मैने तुमको ही सब कुछ है माना
लगे बेमाना सारा जहां
अ डिंग डांग हो ...हूं मिलके हम उठाएंगे डोली जो तुम्हारी
आँखों से तो आँसू बहेंगे
तू जाएगी दुल्हन बनके इक दिन यहां से
अकेले हम कैसे रहेंगे
संग हमने है बचपन गुजारा
साथ में हम हुए हैं जवां
अ डिंग डांग हो ...