दिल ने कहा चुपके से, ये क्या हुआ चुपके से - The Indic Lyrics Database

दिल ने कहा चुपके से, ये क्या हुआ चुपके से

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कविता कृष्णमूर्ति | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - 1942: एक प्रेम कहानी | वर्ष - 1993

View in Roman

दिन गुज़रा रात आई रे बालम

दिन गुज़रा रात आई रे बालम

धड़कन लागा जी मेरा धड़कन लागा जी

मेरी एक ना मानी ऐ दिल

अब ग़म के आँसू पी

हो जी धड़कन लागा जी मेरा धड़कन लागा जी

दिन गुज़रा रात आई

प्रीत की रीत कहूँ न जाने हो राम

जाने आग लगाना

जलजल के मैं राख भई

अब जलजल के मैं राख भई

एक बार मिल जाना हो राम एक बार मिल जाना

राम करे मैं मरमर जाऊँ

तू बालम मेरे जी

हो जी धड़कन लागा जी मेरा धड़कन लागा जी

दिन गुज़रा रात आई

बीत गईं वो चैन की रातें

सुख के वो दिन बीत गये

हार के बैठे गये दिल वाले

दिल के दुख इन बीत गये

भूल गया वो प्रीत लगा के

मैं याद करूँ किसकी

हो जी धड़कन लागा जी मेरा धड़कन लागा जी

दिन गुज़रा रात आई