राधा के प्यारे कृष्ण कन्हाई - The Indic Lyrics Database

राधा के प्यारे कृष्ण कन्हाई

गीतकार - शकील | गायक - आशा: | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अमर | वर्ष - 1954

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राधा के प्यारे
कृSण कन्हाई
तेरी दुहाई
हम भी हैं तेरे
कुछ तो दया कर
लाखों की तूने
बिगड़ी बनाई
राधा के प्यारे
तू उनका है कोईइ न जिनका
हो जग सागर है मैं तिनका
तूफ़ान से आज बचा ले
ओ मेरे पाहन काले
फ़रियाद मैं ले कर
तेरे द्वार आई
कृSण कन्हाई
मोरे कृSण कन्हाई
हम भी हैं तेरे
कुछ तो दया कर
लाखों की तूने
बिगड़ी बनाई
सनसार का तू है राजा
ओ निरधन के काम भी आ जा
प्रीतम का साथ न छूटे
बेक़स की आस न टूटे
मैं आशा की कलियाँ
चरनों में लाई
कृSण कन्हाई
मोरे कृSण कन्हाई
हम भी हैं तेरे
कुछ तो दया कर
लाखों की तूने
बिगड़ी बनाई
राधा के प्यारे