कब के बिछडे हुए हम आज कहाँ आ के मिले - The Indic Lyrics Database

कब के बिछडे हुए हम आज कहाँ आ के मिले

गीतकार - अंजान | गायक - आशा - किशोर | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - लावारीस | वर्ष - 1981

View in Roman

कब के बिछड़े हुये हम आज कहाँ आ के मिले
जैसे शम्मा से कहीं लौ ये झिलमिला के मिले
कब के बिछड़े हुये हम आज कहाँ आ के मिले
जैसे सावन से कहीं प्यासी घटा छा के मिले
बाद मुद्दत के रात महकी है
दिल धड़कता है, साँस बहकी है
प्यार छलका है प्यासी आँखों से
सूर्ख होठों पे आग दहकी है
महकी हवाओं मे, बहकी फिजाओं मे, दो प्यासे दिल यूँ मिले
जैसे मयकश कोई साकी से डगमगा के मिले
दूर शहनाई गीत गाती है
दिल के तारों को छेड जाती है
यूँ सपनों के फूल यहाँ खिलते हैं
यूँ दुअाँ दिल की रंग लाती है
बरसों के बेगाने, उल्फ़त के दीवाने, अनजाने ऐसे मिले
जैसे मनचाही दुअाँ, बरसों आजमाके मिले